
पार्वती संग ब्याह रचाने चले है भोले नाथ
ब्रह्मा विष्णु चले है शिव के साथ
शिव की बारात आयी रे
शिव की रात आयी रे
शिव की बारात आयी रे।।
नंदी पर असवार चले है
शिव भोले भंडारी
जटा में गंगे भस्म में रंगे
महादेव त्रिपुरारी
देवो में खुशिया छायी रे
शिव की बारात आयी रे।।
नाचो रे नाचो आयी शिव की बरात
नाचो रे नाचो आयी शिव की बरात।।
शिव की धुन में नाच रहे है
शिव के मस्त दीवाने
भूत प्रेत और देव आये
गौरा को ले जाने
सारी कायनात आयी रे
शिव की बारात आयी रे।।
प्रेत पे चंडी गरुण पे विष्णु
बनके आये बाराती
संग में शारदा लक्ष्मी आये
इन्दर लेके हाथी
शर्मा ने महिमा गयी रे
शिव की बारात आयी रे।।
दसो दिशा में गूँज रहे है
बम बम के जय कारे
हर हर शिव शम्भू महादेव जी
शर्माजी दस तुम्हारे
शिव की बारात आयी रे।।