ऐसे मारो ना मोहन भर भर पिचकारी

मारो ना पिचकारी भर मारो पिचकारी,
मारो ना पिचकारी भर मारो पिचकारी,
ऐसे मारो ना मोहन भर भर पिचकारी,
हमारी राधा रानी तो भीग जायेगी।।

फूलों सी हलकी है कलियों सी कोमल,
फूलों सी हलकी है कलियों सी कोमल,
नाजुक नरम बड़ी गिरधारी,
हमारी राधा रानी तो भीग जायेगी।।

पीछे पड़े हो राधा भागे आगे आगे,
तुम तो हो मोहन पक्के खिलाड़ी,
हमारी राधा रानी तो भीग जायेगी।।

रंग लगाना है तो जुल्फों में लगादो,
प्रेम से होली खेलो बनवारी,
हमारी राधा रानी तो भीग जायेगी।।

लाली कमल सी कहीं बिगड़ ना जाए,
राधा की चिंता हमे है भारी,
हमारी राधा रानी तो भीग जायेगी।।

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