
हमको तो आसरा है ऐ श्याम मुरली वाले,
ऐ श्याम खाटू वाले ऐ श्याम मुरली वाले।।
कैसे करूँगा मोहन मैं पार गहरी नदिया ,
ना नाव न ठिकाना न पास है खिवैया ,
कोई नहीं हमारा हमे पार जो लगाए,
ऐ श्याम खाटू वाले ऐ श्याम मुरली वाले।।
मैं तो तेरे भरोसे आगे को बढ़ता आया ,
मैं तो तेरे श्याम भरोसे आगे को बढ़ता आया ,
मैं तो तेरे भरोसे आगे ही को बढ़ता आया ,
मुझे को दरश है जिसकी मुझपर तुम्हारा साया ,
जब साथ है तुम्हारा फिर कौन क्या बिगाड़े।।
हमको तो आसरा है ऐ श्याम मुरली वाले,
ऐ श्याम खाटू वाले ऐ श्याम मुरली वाले।।
अब क्या करून मैं मोहन तुम भी नजर नहीं आते,
विश्वाश है कन्हैया आओ क्यों सताते,
नंदू सुनो न मोहे नैया नैया तेरे हवाले,
नंदू सुनो न मोहे नैया नैया तेरे हवाले ,
हमको तो आसरा है ऐ श्याम मुरली वाले,
ऐ श्याम खाटू वाले ऐ श्याम मुरली वाले।।