
हमे खाटू नगरिया है जाना,
नया साल वही है मनाना,
हमे सँवारे का दर्शन पाना,
नया साल वही है मानना।।
रूठे है जो हम उनको मानये,
अपने पुराने सारे शिकवे भुलाये,
आओ सभी को हम दिल से लगाए ,
भूल के बैर पुराना।।
हमे खाटू नगरिया है जाना
नया साल वही है मनाना,
हमे सँवारे का दर्शन पाना,
नया साल वही है मानना।।
इतना तो बाबा हमपे अहसान करदे,
नफरत मिटा के प्यार इस दिल में भरदे,
हम प्यार सबसे करे ऐसा वर दे,
अपना हो या बेगाना।।
हमे खाटू नगरिया है जाना
नया साल वही है मनाना,
हमे सँवारे का दर्शन पाना
नया साल वही है मानना।।
सारे ज़माने की चिंता भूलके,
भक्ति का दीपक मन में जलके,
आयी है रश्मि सर को झुकाके,
आया बिसरिया दीवाना।।
हमे खाटू नगरिया है जाना नया साल वही है मनाना,
हमे सँवारे का दर्शन पाना नया साल वही है मानना।।
सिंगर – रश्मजी।