मेरे साँवरे जैसा कोई सेठ नहीं

मेरे साँवरे जैसा कोई सेठ नहीं
मेरी बात में है ये सच्चाई
की झूठा मेरा उपदेश नहीं
मेरे साँवरे जैसा कोई सेठ नहीं।।

मेरे सँवारे सेठ की नगरी में
एक अजब सी रौनक दिखती है
सारी दुनिया मेरे बाबा को हारे का सहारा कहती है
मेरे साँवरे जैसा कोई सेठ नहीं।।

सब भक्त यहाँ पर हिल मिलकर
आपस में सभी से कहते है
उस देश की क्या तारीफ करू
जिस देश में बाबा रहते है
मेरे साँवरे जैसा कोई सेठ नहीं।।

यहाँ श्याम प्रभु ने भक्तो को
जो माँगा वो वरदान दिया
मेरे श्याम की तारीफ़ करू
अपने शीश का दान किया
मेरे साँवरे जैसा कोई सेठ नहीं।।

मेरे साँवरे जैसा कोई सेठ नहीं
मेरी बात में है ये सच्चाई
की झूठा मेरा उपदेश नहीं
मेरे साँवरे जैसा कोई सेठ नहीं।।

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