बिसर गयी सुध रही न तन की

बिसर गयी सुध रही न तन की
होए री मैं तो मर गई
राधा बल्लव की अखियाँ जादू कर गई।।

मोटी मोटी अखियो में जीना जीना कजरा
कजरे की गोर खिसक गई
राधा बल्लव की अखियाँ जादू कर गई।।

राधा बलव की चितवन निराली
चितवन पे मैं मर गई
राधा बल्लव की अखियाँ जादू कर गई।।

दर्शन करके मैं भई रे बांवरिया
जाके दिल में वस गई
राधा बल्लव की अखियाँ जादू कर गई।।

जब से सांवरियां से अखियाँ लड़ाई,
अखियाँ लड़ाई हाय अखियाँ लड़ाई
अखियाँ घायल कर गई
राधा बल्लव की अखियाँ जादू कर गई।।

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