
तेरे दरबार आके श्याम
एक बात तो मैंने जानली है
की तेरे नाम की दीवानगी सर चढ़ के बोलती है
मेरा श्याम ही सहारा मेरा
मेरा श्याम ही सहारा मेरा
मेरा श्याम ही सहारा मेरा जग जानदा
अब मुझे नहीं किसी की परवाह
अब मुझे नहीं किसी की परवाह।।
कदे सुख होव कदे दुःख होव
श्याम मेरे साथ साथ चलदा
श्याम मेरे साथ साथ चलदा
मेरा श्याम ही सहारा मेरा
मेरा श्याम ही सहारा मेरा
मेरा श्याम ही सहारा मेरा जग जानदा।।
पता नहीं क्या प्रेमी पे क्या नशा करता है
श्याम अपने भक्तो पर कृपा करता है
एक एक करके श्याम के दीवाने हो गए
आँखों में मेरे श्याम का नशा ऐसा है।।
हो मैं जान्दि के श्याम बिन निभावे ना कोई
जेडी दुखा दी लकीर ते मिटावे न कोई।।
मेरे श्याम वर्ग ना कोई और है
इन ना प्यार मैनु कर दा ।।
कदे सुख होव कदे दुःख होव
श्याम मेरे साथ साथ चलदा
श्याम मेरे साथ साथ चलदा
मेरा श्याम ही सहारा मेरा जग जानदा
अब मुझे नहीं किसी की परवाह
अब मुझे नहीं किसी की परवाह।।