
खाटू वाले श्याम आजा लीले चढ़ के
थाम ले तू हाथ मेरा आगे बढ़ के।।
खाटू वाले श्याम आजा लीले चढ़ के
थाम ले तू हाथ मेरा आगे बढ़ के।।
सुन्दर सा दरबार सजाया
द्वार सजाया कीर्तन कराया
भजनों में बाबा आज रस बरसे
थाम ले तू हाथ मेरा आगे बढ़ के।।
तेरे बिना बाबा नही और सहारा
और सहारा नही कोई हमारा
श्याम बाबा सारी दुनिया से हट के
थाम ले तू हाथ मेरा आगे बढ़ के।।
तारी सै तनै दुनिया सारी
कद आवेगी मेरी बारी
आओ मेरे लखदातार बनके
थाम ले तू हाथ मेरा आगे बढ़ के।।
मोहन कौशिक दास तुम्हारा
हार के आया सेवक थारा
शरण लगा दर दर भटके
थाम ले तू हाथ मेरा आगे बढ़ के।।