ओ मेरे दिल का मयूरा भागे खाटू धाम,
जब जब ग्यारस आती है,
साँवरा, जब जब ग्यारस आती है।।
करता बातें हवाओं से मेरा निसान,
जब जब ग्यारस आती है,
साँवरा, जब जब ग्यारस आती है।।
ओ मेरी डोर तू बैठा खींचे बाबा श्याम,
जब जब ग्यारस आती है,
साँवरा, जब जब ग्यारस आती है।
ओ मेरी डोर काठा खींचे बाबा श्याम,
ओ मेरी डोर तू बैठा खींचे बाबा श्याम,
जब जब ग्यारस आती है,
साँवरा, जब जब ग्यारस आती है।।
तुझको देख कलेजा पाए आराम,
जब जब ग्यारस आती है,
साँवरा, जब जब ग्यारस आती है।
ओ तुझको देख कलेजा पाए आराम,
जब जब ग्यारस आती है,
साँवरा, जब जब ग्यारस आती है।।
ओ तेरे भजनों से खूब मचावे रे धमाल,
जब जब ग्यारस आती है,
साँवरा, जब जब ग्यारस आती है।
यूँ ही “राघव” को बुलाते रहना बाबा श्याम,
जब जब ग्यारस आती है,
साँवरा, जब जब ग्यारस आती है।।