
सारे जगत ने मुझको रुलाया
मैं दुखियारा दर तेरे आया
अपनों ने गैरों ने मुझे ठुकराया
मैं दुखियारा दर तेरे आया
याद मुझे बस तेरी आई
याद करूँ आँखें भर आई
रो रो कर मैं करूँ दुहाई करूँ दुहाई
तूने मुझे क्या समझा पराया
मैं दुखियारा दर तेरे आया
मुश्किल हुआ है तुझ बिन जीना
जान भी जाए पड़े ज़हर भी पीना
तुझ बिन श्याम नहीं अब जीना
हारे का साथी तू जग है पराया
मैं दुखियारा दर तेरे आया
कैसी अनोखी ये श्याम कहानी
रोके रुके ना आँखों से पानी
योगेंद्र कमल ने गाई ज़ुबानी
सबके दिलों में तू है समाया
मैं दुखियारा दर तेरे आया