
तेरे चरणों का आसरा चाहता हूँ
मैं तेरा हूँ, तेरी दया चाहता हूँ, तेरी दया चाहता हूँ
तू सबका दाता मैं तेरा भिखारी,
तू ठाकुर है मेरा, मैं तेरा शिकारी,
तेरे नाम की…आस मुझ को है भारी
मैं तेरा हूँ, तेरी दया चाहता हूँ, तेरी दया चाहता हूँ।।
मगर मैं तो हूँ पापहारी,
शरण में ले ले मुझको बांके बिहारी,
तेरे चरणों में…बैठना चाहता हूँ
मैं तेरा हूँ, तेरी दया चाहता हूँ, तेरी दया चाहता हूँ।।
था जो रंग शीशे पर तूने चढ़ाया,
वो मेरा प्रभु है, जो मुझ में समाया,
मैं उसी प्यार में… डूबना चाहता हूँ
मैं तेरा हूँ, तेरी दया चाहता हूँ, तेरी दया चाहता हूँ।।
मैं तेरे दर का एक छोटा सा पुजारी,
दर पे बुला ले मुझे मेरे गिरधारी,
मैं तेरे दर पे… रहना चाहता हूँ
मैं तेरा हूँ, तेरी दया चाहता हूँ, तेरी दया चाहता हूँ,
तेरे चरणों का आसरा चाहता हूँ।।