
जबसे लागी श्याम संग प्रीत,
जब से लागी श्याम संग प्रीत,
ना नैना दिन रात लागे है,
हो गई मैं बाँवरी मीत,
ना नैना दिन रात लागे है।।
मेरे ख़यालो में श्याम का साया,
मेरी मुस्कन में तू ही समाया,
तूने बदली मेरी तक़दीर,
ना नैना दिन रात लागे है,
हो गई मैं बाँवरी मीत,
ना नैना दिन रात लागे है।।
चरणों में तेरे मैं तो रहूँगा,
सुबह शाम तेरा पूजन करूँगा,
अब ना दुनियाँ से मोहे कोई बैर,
ना नैना दिन रात लागे है,
हो गई मैं बाँवरी मीत,
ना नैना दिन रात लागे है।।
सुंदर सलौना तू मन का मोहना,
चित्त तुम गोपियों के जैसे चुराना,
मेरे प्रेम की हो गई जीत,
ना नैना दिन रात लागे है,
हो गई मैं बाँवरी मीत,
ना नैना दिन रात लागे है।।