
कितना सोणा तुम्हे भक्तों ने सजाया
ओ कितना प्यारा ये दरबार लगाया
जी करे देखती रहूं
बाबा तेरे भक्तों ने कैसा ये कमाल किया है
श्याम सलोने बाबा को दूल्हा सा सजा दिया है
कितना सोणा तुम्हे भक्तों ने सजाया
ओ कितना प्यारा ये दरबार लगाया
जी करे देखती रहूं
खाटू से आया है बाबा ये मेरा
होगा क्या दुनिया में देव भला ऐसा
भक्तों के भाव में जो लीं ये हो जाए
खाटू से मेरा बाबा लीले चढ़के आ जाए
मेरा बाबा कितना सच्चा कितना प्यारा हो कितना अच्च्का
भक्तों की भी कतार लगी है सारे तेरे दीवाने
श्याम नाम के रट है लगते गाते श्याम तराने
कितना सोणा तुम्हे ……………
भाव से जो बाबा के शरण में आया है
बाबा ने उन भक्तों का अवगुण भी मिटाया है
सच्चे प्रेस से श्रद्धा से जो इन्हे रिझाता है
फिर ये बाबा विपदा से पहले आ जाता है
जितनी सच्ची है ये गाथा उससे सच्चा मेरा बाबा
नेहा ने ये मान लिया के तुम हो दीं दयालु
तुम्हे मनाते तुम्हे रिझाते सारे मिलकर गाते
कितना सोणा तुम्हे भक्तों ने सजाया
ओ कितना प्यारा ये दरबार लगाया
जी करे देखती रहूं