
ओ बाबा श्याम का दरबार निराला बिथा है वो खाटू में
सेठों का सेठ ये ही है इनसे मांगो ना
ओ बाबा श्याम का दरबार निराला………………
जीवन की राह कठिन है पथरीला रास्ता
माया में साँसे अटकी भटका मैं रास्ता
ओ बाबा रे माया में साँसें अटकी भटका मैं रास्ता
आकर तू हाथ पकड़ ले लेजा साथ ना
ओ बाबा श्याम का दरबार निराला………………
शुक्राना करता हूँ मैं करता हूँ वंदना
जन्मो जन्मो तक बाबा छूटे ये साथ ना
ओ बाबा रे जन्मो जन्मो तक बाबा छूटे ये साथ ना
आशा की डोर ना टूटे करूँ प्रार्थना
ओ बाबा श्याम का दरबार निराला………………
खाटू है अब तो पंकज मुक्ति का रास्ता
बनते हैं काम सभी के बैठा हैं सांवरा
ओ भक्तों रे बनते हैं काम सभी के बैठा हैं सांवरा
दर पे जो इसके जाए कहीं जाए ना
ओ बाबा श्याम का दरबार निराला………………