
कीर्तन में कीर्तन में
कीर्तन में सांवरिया आयो है
जरा मिलके स्वागत करलो जी
जरा थे भी स्वागत करलो जी
जरा थे भी स्वागत करलो जी
ये तो लीलो चढ़के आयो है
जरा मिलके स्वागत करलो जी।।
स्वागत में खड़ा हां थारे जी
थारे चरणा ने पखारेंगा
मन की बगिया में श्याम को नाम
दिल से इन्हे पुकारेंगे
इब मोर छड़ी को झाड़ो तो
म्हारे सर पे विराज विराजो जी।।
कीर्तन में कीर्तन में
कीर्तन में सांवरिया आयो है
जरा मिलके स्वागत करलो जी।।
कृपा यो ऐसी करदेवे की सबकी झोली भरदेवे
और प्यार देख के सब प्रेमी बाबा थारी जय जय बोले है
कष्ट दूर करोगे ना माने इब यो विश्वास दिलादो जी।।
कीर्तन में सांवरिया आयो है
जरा मिलके स्वागत करलो जी।।
म्हारी के बाबा के गलती है
जो म्हारे घर ना आयो हो
सबके घर जाओ हो बड़े प्रेम से भोग लगाओ हो
इब म्हारे घर भी आ जाओ थारे से म्हारी अर्जी है।।
कीर्तन में सांवरिया आयो है
जरा मिलके स्वागत करलो जी।।