
माँ हो माँ माँ हो माँ
तेरी नौ दिन ज्योत जगाई माँ
दसवे दिन होवै विदाई माँ।।
नौ दिन तक म्हारे रंग चा लागया,
दसवा दिन यो विदाई का आ गया,
तनै क्यू कर करा पराई माँ दसवे दिन होवै विदाई माँ,
तेरी नौ दिन ज्योत जगाई माँ दसवे दिन होवै विदाई माँ।।
बरत करे तेरे कीर्तन गाये,
मन मैं फुले नही समाये,
तेरी चौके खूब सजाई माँ दसवे दिन होवै विदाई माँ,
तेरी नौ दिन ज्योत जगाई माँ दसवे दिन होवै विदाई माँ।।
सुबह सुबह तेरी करी आरती,
तू भगता नै पार तारती,
तनै सबकी करी सहाई माँ दसवे दिन होवै विदाई माँ,
तेरी नौ दिन ज्योत जगाई माँ दसवे दिन होवै विदाई माँ।।
महेंद्र भट्टी पालकी सजाली,
होवै विसर्जंन मैया चाली,
तेरी सबनै करी कढाई माँ दसवे दिन होवै विदाई माँ,
तेरी नौ दिन ज्योत जगाई माँ दसवे दिन होवै विदाई माँ।।