मुरली को बजाना तेरा रास रचाना

जय श्री कृष्णा श्री राधे………
छीन लिया मेरे दिल का चैन करार तू ओ कान्हा
मुरली को बजाना तेरा रास रचाना
कैसा पिलाया तूने मुझको प्रेम का प्याला
मुरली को बजाना तेरा रास रचाना

चितचोर कहूं तुझको या माखन चोर कहूं तुझको
यशोदा का लाला या नंदकिशोर कहूं तुझको
तेरे प्रेम में पागल हो गई ब्रिज की हर बाला
मुरली को बजाना तेरा रास रचाना

तेरे संग प्रीत लगी मैं हो गयी हूँ तेरी
कहे बरसाने वाली मैं जोगन हूँ तेरी
सुबह शाम अब जपा करूँ मैं तेरी ही माला
मुरली को बजाना तेरा रास रचाना

दुखियों का सहारा तू है देव न्यारा तू
सुन कृष्ण कन्हैया रे लगा दे पार किनारा तू
कर मोयल पे कृपा अपनी गोविन्द गोपाला
मुरली को बजाना तेरा रास रचाना

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