बाबा छोड़ के दर तेरा जाएँ तो कहाँ जाएँ

जिस और नज़र फेरु मेरा श्याम नज़र आये
बाबा छोड़ के दर तेरा जाएँ तो कहाँ जाएँ ।।

गैरों ने तो ठुकराया अपने भी सभी बदले
हम साथ चले जिनके वो दूर बहुत निकले
वो दूर बहुत निकले…………।।

तेरी ही रहम पे हूँ बख्शे या तो ठुकराए
बाबा छोड़ के दर तेरा जाएँ तो कहाँ जाएँ ।।

माना के मैं पापी हूँ मुझे खबर गुनाहों की
बस इतनी सजा देना मुझे मेरी खताओं की
मुझे मेरी खताओं की ………….।।

मेरा सर हो दर पे तेरे और सांस निकल जाए
बाबा छोड़ के दर तेरा जाएँ तो कहाँ जाएँ ।।

तेरे भक्तों की ये श्याम बस ये ही तमन्ना है
तेरे नाम पे जीना है तेरे नाम पे मरना है
तेरे नाम पे मरना है ………….।।

कर नज़ारे कृपा की श्याम ये सेवक तर जाए
बाबा छोड़ के दर तेरा जाएँ तो कहाँ जाएँ।।

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