आजा भवानी एक बार

आजा भवानी एक बार हो माँ
मैं तो कब से खड़ा तेरे द्वार पर
आजा भवानी एक बार।।

अम्बे भवानी दुर्गे भवानी मुझे आश चरण की
रख लेना मैया लाज हमारी लागी लगन की
दर्शन तो दे दे एक बार
मैं तो कब से खड़ा हूँ तेरे द्वार पे ,
आजा भवानी एक बार।।

भेंट लिए मैं तो कब से खड़ा हूँ द्वार पे तेरे
पूरण करदे मैया भवानी कारज मेरे
मुझको है तेरा एतबा
मैं तो कब से खड़ा हूँ तेरे द्वार पे
आजा भवानी एक बार।।

है जग दाती तेरे चरण की धूल मिले जो
राजेन्द्र के घर खुशियों के मां फूल खिले जो
मिल जाये चेन करार
मैं तो कब से खड़ा हूँ तेरे द्वार पे,
आजा भवानी एक बार।।

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