
मेरा कागजादा बना शरीर अपना कोई ना बना
मेरे राम राम रघुवीर अपना कोई ना बना।।
माया जोड़ी लाख करोड़ी
अंत समय वो भी काम नाइयो आयी
मेरी अँखियो तो धूल रह्यो नीर
अपना कोई ना बना।।
मेरा कागजादा बना शरीर अपना कोई ना बना
मेरे राम राम रघुवीर अपना कोई ना बना।।
बहन ते भाई पास खड़ा थे
अंत समय वो भी काम नहीं आये
मेरा लूट पूत होया शरीर अपना कोई ना बना।।
मेरा कागजादा बना शरीर अपना कोई ना बना
मेरे राम राम रघुवीर अपना कोई ना बना।।
धर्म राज ने लेखा जे पुछया
धर्म राज ने लेखा जे पुछया
मेरा थर थर कपय शरीर अपना कोई न बना।।
मेरा कागजादा बना शरीर अपना कोई ना बना
मेरे राम राम रघुवीर अपना कोई ना बना।।