बाबा तेरा तोरण द्वार जन्नत का द्वारा लागे है

बाबा तेरा तोरण द्वार जन्नत का द्वारा लागे है,
जाने ना जाने कोई ना जाने,
श्याम प्रेमी तो जाने है,
बाबा तेरा तोरण द्वार जन्नत का द्वारा लागे है ।।

निकलू घर से जब में तस्वीर तेरी आँखों में मेरे,
आसान हो जाता है सफर,
संग संग तू जब चले है मेरे,
दिखे दूर से जब तोरण द्वारा,
निकले मुँह से तेरा जय करा,
ख़ुशी से मैं झूम जाता हूँ,
बाबा तेरा तोरण द्वार जन्नत का द्वारा लागे है
बाबा तेरा तोरण द्वार ।।

तोरण द्वार से मिलकर पंहुचा मैं अब श्याम कुंड,
स्नान कर मैंने इसमें धो लिए सारे अवगुण,
धो लिए मैंने सारे अवगुण,
हो जाती है चंचल काया,
देख नजारा मन हर्षाया,
अद्भुत ऐसा है यहाँ का नजारा है,
बाबा तेरा तोरण द्वार जन्नत का द्वारा लागे है,
बाबा तेरा तोरण द्वार ।।

श्याम कुंड से होकर पंहुचा श्याम बगीचे के द्वार,
महक रहा है पूरा चमन फूल खिले मौसमी बहार,
इतने सारे फूल है इस बगीची के आँगन में बाबा तुम्हारे
भेज दे एक फूल अगना मेरे
बाबा तेरा तोरण द्वार जन्नत का द्वारा लागे है,
बाबा तेरा तोरण द्वार ।।

आयी घडी मिलन की अब,
करूँगा बाते बाबा से सब,
पहले निहारु मैं श्याम को,
अँखियो में असुअन भर आये अब,
करना कभी ना मुझको जुदा,
हमेशा राहु मैं तुझसे जुडा ,
डोर बाबा ऐसी डोर से बाँध ले
बाबा तेरा तोरण द्वार जन्नत का द्वारा लागे है,
बाबा तेरा तोरण द्वार ।।

बाबा से मिलके निकला जब,
खाटू की गलियों में घूमा और,
मिट्टी मेरे खाटू धाम की,
खुशबू बिखेरे है चारो और,
तोरण द्वार मेरे अब चलता हूँ मैं घर को अब ,
राहुल विदा ले कहता है जय श्री श्याम,
बाबा तेरा तोरण द्वार जन्नत का द्वारा लागे है,
बाबा तेरा तोरण द्वार ।।

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