बंसी दो न मोरी श्री राधा रानी देदो री

बंसी बजावे गैया चरावे रास रचावे न्यारो
राधा जी रो सांवरो सब सखियन में प्यारो ।।

बंसी दो न मोरी श्री राधा रानी देदो री
बंसी दो न मोरी श्री राधा रानी देदो री।।

तन आधा मोरा मन आधा है
बिन थारे कान्हा आधा है

जनम जनम है प्यास तेरी
बिन राधा जी जीवन आधा है।।

तन थारे महारे प्राण बसत है
सुनलो राधाजी होरी
तन थारे महारे प्राण बसत है
सुनलो राधाजी होरी।।

बंसी दो न मोरी श्री राधा रानी देदो री
बंसी दो न मोरी श्री राधा रानी देदो री।।

नाम तेरा म्हारे आधारन पे है
छावी अंकित मन दर्पण पे है।।

सांस सांस तुम चन्दन चन्दन
महक रहे हो जैसे मधुबन।।

अनुरागी मन थारी मन से बंधा प्रेम री डोरी
बंधा प्रेम री डोरी।।

बंसी दो न मोरी श्री राधा रानी देदो री
बंसी दो न मोरी श्री राधा रानी देदो री।।

रंग रंगीला है जग सारा
रंग राधा रा हिये है प्यारा
प्रीत प्रेम में रंग रंगा है
प्रीत लगन राधा ने जोड़ी
बंसी करके चोरी
हो बंसी करके चोरी

बंसी लो जी तोरी राधा हारी गिरधारी
बंसी लो जी तोरी राधा हारी गिरधारी।।

बंसी दो न मोरी श्री राधा रानी देदो री
बंसी दो न मोरी श्री राधा रानी देदो री।।

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