भोले तू दर्शन दे देना श्रावण आया है,
तेरे दर्शन का मौका हमने पाया है,
सब से छुपा के तेरे द्वार पे आए हम ओ …मेरे बाबा………
काशी के निवासी महांकल अविनाशी ,
त्रिपुरारी जटाधारी शिव शंकर कैलाशी,
भोल तू दर्शन दे देना श्रावण आया है,
तेरे दर्शन का मौका हमने पाया है।।
मुझे तो भोले का दर्शन करना है ,
जन्म मृत्यु के बंधन से छुटना है,
एक दिन तो ऐसा आएगा ,भोले के दर्शन का,
सब मोह माया छोड़कर तेरे पास आऊंगा।।
भोले दर्शन दे देना श्रावण आया है,
तेरे दर्शन का मौका हमने पाया है।।
कितने भक्ति करी मैने त्रिपुरारी,
अब उस भक्ति का फल मुझे दे देना,
भोले तु दर्शन दे देना श्रावण आया है,
तेरे दर्शन का मौका हमने पाया है ,
सबसे छुपा के तेरे द्वार पर आए हम ओ … मेरे बाबा…
काशी के निवासी महांकाल अविनाशी,
त्रिपुरारी जटाधारी शिव शंकर कैलाशी
भोले तु दर्शन दे देना श्रावण आया है,
तेरे दर्शन का मौका हमने पाया है।।