भोलेनाथ पता नहीं तुझसे प्यार कब कब हो गया

जबसे तूने थामा है बाबा मेरा हाथ,
दुनिया अब दिखती नहीं सब दीखते भोले नाथ,
मुझ को तुझपे सबसे ज्यादा ऐतबार हो गया,
भोलेनाथ पता नहीं तुझसे प्यार कब कब हो गया,
भोलेनाथ पता नहीं तुझसे प्यार कब कब हो गया ।।

आप की तारीफ़ में कोई शब्द मेरे पास नहीं,
आप के सिवा दुनिया में अब कोई मेरा ख़ास नहीं,
तेरे चरणों में बाबा सब ऐसे दिन ढल गया,
तेरी भक्ति में बाबा सब मोह मेरा सो गया,
भोलेनाथ पता नहीं तुझसे प्यार कब कब हो गया,
भोलेनाथ पता नहीं तुझसे प्यार कब कब हो गया ।।

ओझल करके तू मुझे भोले यूं बहो में लपेटले,
करुणा कर और महिमा दे मुझको खुद में मुझको समेटले भोले,
तुझसे न पड़ा कोई ज्ञानी है ना मुझसे बड़ा कोई अज्ञानी है,
ज्ञान की मुझको रोशनी दे इतनी सी दृष्टि तू सौप दे सौप दे,
तेरी बदौलत सूरा सुर राख में ढल गया,
तेरी भक्ति में मेरा नामो निशान हो गया,
भोलेनाथ पता नहीं तुझसे प्यार कब कब हो गया,
भोलेनाथ पता नहीं तुझसे प्यार कब कब हो गया ।।

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