
बोली बोली रे कोयलिया हर हर महादेव,
हर हर महादेव गौरा रानी के महेश,
बोली बोली रे कोयलिया हर हर महादेव।।
बागों में बोली बगीचा में बोली,
अमवा की डाली पर बोली महादेव,
बोली बोली रे कोयलिया हर हर महादेव।।
तारों पर बोली तलैया पर बोली,
गंगा की लहरों में बोली महादेव,
बोली बोली रे कोयलिया हर हर महादेव।।
महलो में बोली दुमहला में बोली,
छज्जे पर बैठी वह बोली महादेव,
बोली बोली रे कोयलिया हर हर महादेव।।
हरिद्वार में बोली काशी में बोली,
कैलाश पर्वत पर बोली महादेव,
बोली बोली रे कोयलिया हर हर महादेव।।
मंदिर में बोली शिवालय में बोली,
सत्संग के बीच में बोली महादेव,
बोली बोली रे कोयलिया हर हर महादेव।।