हम वृन्दावन आ गए
एक तेरी, साँवरी सूरत से,बस हो ही गया है, प्यार मुझे।खा करके, ज़माने की ठोकर,एक तूँ ही मिला, दिलदार मुझे l मेरे इस, उजड़े गुलशन की,अब तक न मिली है, बहार मुझे lओ नन्द लाला, अब देर न कर,झट से दिखला, दीदार मुझे l हो मुरली वाले, यार तेरा,हो कमली वाले, यार तेरा,प्यार पाने, आ … Read more