चमकने लगी मेरी तक़दीर है जब से तेरे दर पे आने लगा
चमकने लगी मेरी तक़दीर है जब से तेरे दर पे आने लगा Chamakne Lagi Meri Taqdeer Hai चमकने लगी मेरी तक़दीर है,जब से तेरे दर पे आने लगा,दर दर भटकना भी छोड़ दिया,मैं बारस की धोक लगाने लगा हूँ, जीने की रहे न आसान होती,अगर थामने तेरी बाहे ना होती,निकला मुझे हर मुसीबत से श्याम,मैं … Read more