मेरी मंज़िल तेरा धाम बाबा कही और ना जाऊ
मैं भटक भटक के हारा तूने ऐसा दिया सहारा,मेरे सिर पर तेरा हाथ मैं क्यों गबरहु,मेरी मंज़िल तेरा धाम बाबा कही और ना जाऊ।। होता है तब दीदार भरोसा ओ मन में,हर हारी बाजी जीत जायेगा जीवन में,मेरी तुमसे हो हर बात श्याम मैं इतना चाहु,मेरी मंज़िल तेरा धाम बाबा कही और ना जाओ।। नादान … Read more