मैं तो पग पग फुलड़ा बिछाऊं
मैं तो पग-पग फुलड़ा बिछाऊंम्हारी माँ म्हारी माँ,पितर पधारयां म्हारे आंगनियाँपितर जी पधारयां म्हारे आंगनियाँ।। कपिला गाय को गोबर मंगास्यां,ता बिच अँगना लेप लिपास्यां,म्हें तो मोतियन चौक पुरावां,म्हारी माँ पितर जी पधारयां म्हारे आंगनियाँ।। गंगा जी से जल मंगवास्या,पितरां ने स्नान करास्यां,पाँचू ही कपड़ा पहनावां म्हारी माँ,पितर जी पधारयां म्हारे आंगनियाँ।। कपिला गाय को दूध … Read more