कब आओगे मेरे राम
सबरी तुम्हारी बाट निहारेवो तो रामा राम पुकारेकब आओगे मेरे राम मैंने छोटी सी कुटिया कोपलकों से है बुहारापलकों से है बुहारा सांझ सवेरे मेरे रामजीतुम्हरा रास्ता निहाराराहो में तुम्हारे फूल बिछाए बैठी कबसे आस लगाएकब आओगे मेरे रामदर्श दिखाओगे मेरे रामकब आओगे मेरे राम मैंने सुना तुम्हारे चरणों ने पत्थर नारी बनायींपत्थर नारी बनायीं … Read more