हरी की कथा सुनाने वाले गोविन्द कथा सुनाने वाले

हरी की कथा सुनाने वाले, गोविन्द कथा सुनाने वाले,तुमको लाखों प्रणाम, तुमको लाखों प्रणाम । हम भूल रहे थे वन में, बल खो बैठे थे तन में ।प्रभु राह  बताने वाले, यह राज बताने वाले,तुमको लाखों प्रणाम ॥ लेकर विशयों का प्याला, जा रहे थे यम के गाला ।अमृत पान कराने वाले, प्रभु सुधा पिलाने … Read more

कौन है गुलशन कि जिस गुलशन में रौशन तू नहीं

कौन है गुलशन कि जिस गुलशन में रौशन तू नहीं,कौन है वो गुल कि जिस गुल में तेरी ख़ुशबू नहीं।। तू है लैला तू ही शीरीं हजरत-ए-युसूफ भी तू ही,कौन है आशिक जो तेरे इश्क़ पर मजनूँ नहीं है। अब जिलाना या मारना भी तेरा एक तमाशा है,क्यों न फिर बेख़ौफ़ हाथों में तेरे दिल … Read more