दिल से दो आवाज़ ये दौड़ा आएगा

दिल से दो आवाज़ ये दौड़ा आएगा
बिगड़े बनेंगे काज ये श्याम बनाएगा
रखेगा सर पे हाथ तेरा बन जायेगा
दिल से दो आवाज़ ………..

हारे का है साथी बाबा करुणा का भण्डार है
भक्तों के जीवन का अब तो एक ये ही आधार है
उसका मीट बने जो प्रीत बढ़ाएगा
दिल से दो आवाज़ ………..

लाखों मिला हो धोखा जग में इनकी शरण में आये जो
साड़ी उलझन सुलझा देता मनचाहा सुख पाए वो
मगर वही पायेगा जो श्याम रिझायेगा
दिल से दो आवाज़ ………..’

श्याम सखा है श्याम ही माझी जिसको ये विश्वास है
चोखानी ऐसे प्रेमी के बाबा हर पल पास है
बन जा तू भी प्रेमी ये प्रेम निहायेगा
दिल से दो आवाज़ ………..

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