
मेरे खाटू वाले के दर पे जो आता है
सुख सारे जीवन का फिर वो ही पाता है
जो हार जाते हैं उनको ही जिताता है
फिर मैं क्यूँ हारा हूँ ………………
झूठी है दुनिया झूठी है माया
मतलब का बाबा ये संसार सारा
हार गया हूँ बाबा अब तो तू आजा
तेरे ही दर पे सुना है बाबा
जो हार के आते हैं उनका बन जाता है
फिर मैं क्यूँ हारा हूँ ………………
दर दर की मैंने ठोकर है खाई
साड़ी ही दुनिया ने ठुकरा दिया है
थक सा गया हूँ बाबा तेरी कमी है
लवप्रीत ने भी सुना है बाबा
जो हार के आते हैं उनका बन जाता है
फिर मैं क्यूँ हारा हूँ ………………