हारा हुआ मैं सांवरा आके गले लगा ले

हारा हुआ मैं सांवरा आके गले लगा ले
मेरी अटकी नैया को आके पार लगा दे
हारा हुआ मैं सांवरा…………….

घेरे मुझे अँधेरे कही रौशनी नहीं है
अपने हुए पराये अपना कोई नहीं है
इस जग में हूँ अकेला आके अपना बना ले
हारा हुआ मैं सांवरा…………….

आया मैं तेरे द्वार श्याम दुनिया से हार के
अब कहाँ जाऊं में श्याम इस संसार में
किस्मत संवारने मेरी आजा तू सांवरे
हारा हुआ मैं सांवरा…………….

दुनिया से क्या लेना मुझे दुनिया देती जख्म
लेना तो मुझे श्याम से जो देता मरहम
कृष्णा हुआ दीवाना तेरे ही नाम पे
हारा हुआ मैं सांवरा…………….

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