हारे हुओ की मंजिल है खाटू का धाम रे भजन लिरिक्स

जाते है जो खाटू धाम बन जाते काम रे,
हारे हुओ की मंजिल है खाटू का धाम रे।।

जो भी खाटू जावे से प्यार बाबा का पावे से,
खाटू में बैठा बाबा भक्ता ने माल लूटावै से,
सच्चे मन से जाते बन जाते काम रे,
हारे हुओ की मंजिल है खाटू का धाम रे।।

दानी के दरबार में भीड़ कसूती होरी से,
सी ए की तरह काम करें ऐसी चर्चा होरी से,
हार कर जाते जो भी पकड़े हाथ रे,
हारे हुओ की मंजिल है खाटू का धाम रे।।

श्याम भक्तों की नैया खाटू वालों चलावे से,
जब भी नैया डूबे बिन पतवार चलावे से,
नैया का माझी बन जाता श्याम रे,
हारे हुओ की मंजिल है खाटू का धाम रे।।

जब जब बाबा मैं हारा तू ही सहारा बनजा से,
टिंकू की नैया का बाबा तू ही किनारा बनजा से,
जिंदगी के दुखों से तू बाहर निकाल रे
हारे हुओ की मंजिल है खाटू का धाम रे।।

सिंगर – टिंकू गोयल जी।

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