हारे के सहारे मेरे खाटू वाले श्याम है

हारे के सहारे मेरे खाटू वाले श्याम है
मांग के तो देखो भक्तों पूरे होते काम हैं
हारे के सहारे मेरे ………………

ग्यारस के मेले की तो शान ही निराली है
उसकी झोली भरते बाबा जिसकी झोली खाली है
खाटू में जाके भक्तों मिलता आराम है
मांग के तो देखो भक्तों पूरे होते काम हैं
हारे के सहारे मेरे ………………

लाखों को तारे वो तो लखदातर है
खुद से भी ज़्यादा हमको बाबा जी से प्यार है
स्वर्ग से भी प्यारा भक्तों हमको खाटू धाम है
मांग के तो देखो भक्तों पूरे होते काम हैं
हारे के सहारे मेरे ………………

श्याम जी को मानता है श्याम जी की मान ले
दुःख जब पास आये श्याम जी का नाम ले
बाबा जी के नाम से ही सेठी का ये नाम है
मांग के तो देखो भक्तों पूरे होते काम हैं
हारे के सहारे मेरे ………………

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