जहां बाजे साईं धुनी वाहा कोई कमी नही

जहां बाजे साईं धुनी वाहा कोई कमी नही
आनंद में है सारे मुशकिल में कोई नही।।

आये है तेरे द्वारे हम आँखे मल मल कर
अब वक़्त है जागने का सोने की घडी नही
जहां बाजे साईं धुनी वाहा कोई कमी नही।।

किस्मत ने है साईं मिलाया जन्मो का है चक्कर कटाया,
जब थामा है इक बार उसने तुझे छोड़े गे कभी नही
जहां बाजे साईं धुनी वाहा कोई कमी नही।।

Leave a Comment