
आरती कुंज बिहारी की श्री गिरधर कृष्णा मुरारी की
Aarti Kunj Bihari Ki Shri Giridhar Krishna Murari Ki
जहाँ झांकिया सजे कृष्णा की
वही मेरे लिए चारो धाम है
किसी और पे ना नजर टिके
कोई सुन्दर है जग में तो श्याम है
कोई देखले सज धज
झलक मेरे अवतारी की
आरती कुंज बिहारी की
श्री गिरधर कृष्णा मुरारी की ॥
मेरे नारायण मेरे मन मीता
तू अपने होठो से गए दे
मैं बन जाऊं भगवत गीता
जो सुख तेरे ध्यान में
जय हो गिरधरी की
मेरे मोहन मनहारी की
आरती कुंज बिहारी की
श्री गिरधर कृष्णा मुरारी की ॥
Aarti Kunj Bihari Ki Shri Giridhar Krishna Murari Ki
इन कृष्णा भजन को देखे –