
जैसे निभाया अब तक आगे भी निभाना श्याम
छूटे नहीं इन होंठों से कभी तेरा नाम ….सांवरे ……………..
जैसे निभाया अब तक …………….
तुमसे खुशियां मिली सांवरे ज़िन्दगी से गए सारे ग़म
तेरे बिन जीना मुश्किल मेरा सच कहूं श्याम तेरी कसम
बस एक बात कहता दिल मेरा सुबह शाम
छूटे नहीं इन होंठों से कभी तेरा नाम …….सांवरे ……………..
आसरा पाया जबसे तेरा जग ये सारा सपना लगे
तेरे सिवा दुनिया में मुझे अब कोई ना अपना लगे
हाथों में अपने रखना सदा हाथ मेरा थाम
छूटे नहीं इन होंठों से कभी तेरा नाम
आँखों की खिड़कियां खोल कर सांवली छवि निहारा करूँ
सांसों की लय पे कान्हा तुझे आँखें भरके पुकारा करूँ
नैना की इतनी अर्ज़ी इतना सा कर दे काम
छूटे नहीं इन होंठों से कभी तेरा नाम