झूठी दुनिया झूठे नाते श्याम पे विश्वास कर

यूँ तो इस ज़िन्दगी में
मतलब के लोग चाँद मिलते हैं
लेकिन जब ज़रूरत पड़ती है
तब सबके दरवाज़े बंद मिलते हैं।।

ना किसी से रख उम्मीदें ना किसी से आस कर
झूठी दुनिया झूठे नाते श्याम पे विश्वास कर ।।

इनको पा ले और रिझा ले सादगी भरे भाव से
भाव से जो भी खिला दे खा लेंगे बड़े चाव से
रूठे चाहे जग ये सारा तू इन्हे ना निराश कर
झूठी दुनिया झूठे नाते श्याम पे विश्वास कर ।।

सुख में तेरे संग चलेंगे दुःख में सब मुख मोड़ेंगे
दुनिया वाले तेरे बनकर तेरा ही दिल तोड़ेंगे
देते हैं भगवन को धोखा बन्दे की ना बात कर
झूठी दुनिया झूठे नाते श्याम पे विश्वास कर ।।

तू है मेरा मैं हूँ तेरा श्याम से ये बोल दे
तू है मेरा मैं हूँ तेरा बाबा से ये बोल दे
भेद अपने मन के सारे इनके आगे खोल दे
इनसे कह दे भाव से प्रभु आके मन में वास कर
झूठी दुनिया झूठे नाते श्याम पे विश्वास कर ।।

टिन्के को भी एक भगत ने रास्त था दिखला दिया
हार गया था जो वो जग से बाबा से मिलवा दिया
श्याम से तुझको जो मिला दे ऐसे भगत की तलाश कर
झूठी दुनिया झूठे नाते श्याम पे विश्वास कर।।

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