
कईया रूस्या हो थे म्हासु म्हारा श्याम,
मनाऊं थाने श्याम धणी था बिन लागे नाही,
मनड़ो म्हारो श्याम मनाऊं थाने श्याम धणी।।
जद सु आयी चौखट थारी दर्शन पायी श्याम,
काज हुया सगळा गरीब का हो गया सारा काम,
बांह पकड़ले म्हारी आके म्हारा श्याम,
मनाऊं थाने श्याम धणी कईया रूस्यां हो थे,
म्हासु म्हारा श्याम मनाऊं थाने श्याम धणी।।
मत ना होवो श्याम धणी थे अपणा सु नाराज,
थासु चाले म्हारो जीवन थासु म्हारी लाज,
थान याद करूँ मैं नित सुबहो शाम,
मनाऊं थाने श्याम धणी कईया रूस्यां हो थे,
म्हासु म्हारा श्याम मनाऊं थाने श्याम धणी।।
थे छो म्हारा श्याम धणी कलयुग का लखदातार,
ई कलयुग में थारी चर्चा कोई ना पायो पार “अविनाश” थाने,
नित उठ करे प्रणाम मनाऊं थाने श्याम धणी,
कईया रूस्यां हो थे म्हासु म्हारा श्याम,
मनाऊं थाने श्याम धणी।।
कईया रूस्या हो थे म्हासु म्हारा श्याम,
मनाऊं थाने श्याम धणी था बिन लागे नाही,
मनड़ो म्हारो श्याम मनाऊं थाने श्याम धणी।।
Kaiya Rusya Ho The Mhasu Mhara Shyam Manau Thane Shyam Dhani
Tha Bin Lag Nahi Manado Mharo Shyam
Manau Thane Shyam Dhani
Jad Su Aayi Chaukath Thari Darshan Payi Shyam
Kaaj Huya Sagala Garib Ka Ho Gaya Sara Kaam
Baanh Pakadle Mhari Aake Mhara Shyam
Manau Thane Shyam Dhani
Mat Na Hovo Shyamadhani The Apna Sa Naraj
Thasu Chal Mharo Jeevan Thasu Mhari Laj
Thane Yaad Karu Mein Nit Subaho Aur Sham
Manau Thane Shyam Dhani
The Chho Mhara Shyam Dhani Kalayug Ka Lakhdatar
I Kalayug Mein Thari Charcha Koi Na Payo Paar
Avinash Than Nit Uth Kar Pranam
Manau Thane Shyam Dhani