
खाटू के बाबा श्याम दिल ये तुझको पुकारे
हार के मैं आई बाबा तेरे द्वारे
अपनों के दर्द सहते मैं टूट सी गई
तेरे सिवा बाबा मुझे कौन संभाले
हार के मैं आई बाबा तेरे द्वारे
खाटू के बाबा श्याम ……………
विनती मेरी ये सुनलो ओ शीश के दानी
नाव मेरी बाबा तू ही पार उतारे
हार के मैं आई बाबा तेरे द्वारे
खाटू के बाबा श्याम ……………
रोटी है मेरी अँखियाँ बाबा तेरे वास्ते
दर्शन मुझे दो बाबा तुम को ही पुकारे
हार के मैं आई बाबा तेरे द्वारे
खाटू के बाबा श्याम ……………