
मोर मुकुट रंग कला किसी ने मेरा श्याम देखा,
किसी ने मेरा श्याम देखा ,
किसी ने मेरा श्याम देखा ,
मोर मुकुट रंग कला किसी ने मेरा श्याम देखा।।
जब देखा तो यमुना किनारे ,
गाये चराने वाला देखा ,
किसी ने मेरा श्याम देखा ,
मोर मुकुट रंग कला किसी ने मेरा श्याम देखा।।
जब देखा तो सखियों में देखा ,
रास रचाने वाला ,
किसी ने मेरा श्याम देखा ,
मोर मुकुट रंग कला किसी ने मेरा श्याम देखा।।
जब देखा तो ग्वालो ने देखा ,
नाग नथाने वाला ,
किसी ने मेरा श्याम देखा ,
मोर मुकुट रंग कला किसी ने मेरा श्याम देखा।।
जब देखा तो घर घर में देखा ,
माखन चुराने वाला,
किसी ने मेरा श्याम देखा,
मोर मुकुट रंग कला किसी ने मेरा श्याम देखा।।
मोर मुकुट रंग कला किसी ने मेरा श्याम देखा,
किसी ने मेरा श्याम देखा ,
किसी ने मेरा श्याम देखा ,
मोर मुकुट रंग कला किसी ने मेरा श्याम देखा।।
जब देखा तो रथ में ही देखा ,
गीता सुनाने वाला श्याम देखा ,
किसी ने मेरा श्याम देखा ,
मोर मुकुट रंग कला किसी ने मेरा श्याम देखा।।
जब देखा तो भक्तो में देखा ,
संकट मिटा ने वाला देखा ,
किसी ने मेरा श्याम देखा ,
मोर मुकुट रंग कला किसी ने मेरा श्याम देखा।।