
जो किसी से ना कह पाओ वो श्याम से बतलाना,
कोई राह नही सूझें तो खाटू चले आना,
जो किसी से ना कह पाओ वो श्याम से बतलाना।।
कमजोर कड़ी तेरी नहीं जग को बतायेगा,
जितनी भी मुश्किल है हल श्याम सुझाएगा,
हम दर्द है श्याम तेरा ये भूल नहीं जाना,
कोई राह नही सूझें तो खाटू चले आना,
जो किसी से ना कह पाओ,
वो श्याम से बतलाना।
सब जाने श्याम तेरा तुझपे जो बीता है,
क्यों हार के दिल अपना घुट घुट के जीता है,
तू अकेला कभी मन में ये ख्याल नहीं लाना,
कोई राह नही सूझें तो खाटू चले आना,
जो किसी से ना कह पाओ,
वो श्याम से बतलाना।।
हर फ़ैसला दुनियाँ का इस के तो हाथ में हैं,
वो श्याम दयालु है जब तेरे साथ में है,
कहता है सचिन प्यारे विपदा से ना घबराना,
कोई राह नही सूझें तो खाटू चले आना,
जो किसी से ना कह पाओ,
वो श्याम से बतलाना।