माँ के नाम की माला लेके भक्ति में रम जाऊं रे

माँ के नाम की माला लेके भक्ति में रम जाऊं रे
माँ के नाम की माला लेके भक्ति में रम जाऊं रे
मोह माया का छोड़ कर चक्कर हरपाल माँ को ध्याऊ रे ।।

बेटा तो मेरे इतने अच्छे मुझे कभी ना बुलाते है
मरने के बाद याद करे तो मैं क्या देखने आऊँ रे
मोह माया का छोड़ कर चक्कर हरपाल माँ को ध्याऊ रे ।।

बेटी तो मेरी इतनी अच्छी कभी न मिलने आती है
मेरे पीछे रुदन मचाये मैं क्या देखने आउंगी
मोह माया का छोड़ कर चक्कर हरपाल माँ को ध्याऊ रे ।।

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