मैं फिर भी तुम को चाहुगा तुम्हे दिल से मैं न भुलाउगा

मैं फिर भी तुम को चाहुगा तुम्हे दिल से मैं न भुलाउगा

Mai Phir Bhi Tumko Chahunga By Sheetal Pandey

तुम आज मेहर बहाओ बाबा
कल शयाद तेरी मेहर न रहे,
मैं जो कुछ हु तेरी रहमत है
कल शयद उसका अशर न रहे,
यह आंख तेरी तरफ फिर जाये,
तू साथ न मेरे नजर आये,
मैं फिर भी तुम को चाहुगा ॥
तुम्हे दिल से मैं न भुलाउगा,

मेरी सास चले तेरे भजनों से
मरते दम तक गाऊगा,
मैं फिर भी तुम को चाहुगा
तुम्हे दिल से मैं न भुलाउगा

नजरे कर्म तू रखो न रखो,
मेरा नजरिया रहे गा वाही,
तेरे गम से जिया अब तक आगे वि जरिया रहेगा वही,
कैसा पियालम को भला जो मिला क्या वो कम है भला
शयद एक पल का भी सुख न रहे,
शयद हसने का मुझे हक़ न रहे,
पर तेरी कसम मुजको बाबा हर हाल में मैं मुस्कराऊगा,
मैं फिर भी तुम को चाहुगा,
तुम्हे दिल से मैं न भुलाउगा,

जब तक रहे जिन्दगा में मेरी,
करता रहू शुकर तेरा,
तेरी ही बाते छल चल्त्री,
करता रहू जीकर तेरा,
भूलू गा न एहसान तेरा वादा है तुमसे है मेरा
चाहे लाख जमाना बह काये,
चाहे कोई भी कितना समझाए,
जब तक सोनू की साँस चले,
तब तक मैं खाटू आऊगा,
मैं फिर भी तुम को चाहुगा,
तुम्हे दिल से मैं न भुलाउगा,

Mai Phir Bhi Tumko Chahunga By Sheetal Pandey

Mai Phir Bhi Tumko Chahunga
Main Phir Bhi Tumko Chahunga

Tum Aaj Meharbaa Ho Baba
Kal Shayad Teri Mehar Naa Rahe

Main Jo Kuchh Hu Teri Rahmat Hai
Kal Shayad Uska Asar Naa Rahe

Ye Aankh Teri Fir Jaye
Tu Saath Naa Mere Nazar Aaye

O Main Fir Bhi Tumko Chahunga
Main Fir Bhi Tumko Chahunga

Tumhe Dil Se Main Naa Bhulaunga
Mai Phir Bhi Tumko Chahunga

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