मर मर के जी रहे हैं तेरे प्यार के बिना

मर मर के जी रहे हैं तेरे प्यार के बिना लिरिक्स

मर मर के जी रहे हैं तेरे प्यार के बिना,
मर मर के जी रहे हैं तेरे प्यार के बिना,
लगता नहीं है दिल कहीं दिलदार के बिना,
मर मर के जी रहे हैं तेरे प्यार के बिना।।

फिरते हैं दर बदर फिर सोचते हैं हम,
कदमों के किसके सर रखें सरकार के बिना,
मर मर के जी रहे हैं तेरे प्यार के बिना।।

आ जाओ ताकी तुमको भी कुछ चैन तो मिले,
मिलने का क्या मजा है तलबग़ार के बिना,
मर मर के जी रहे हैं तेरे प्यार के बिना।।

मेला है ख़्वाहिशों का दिल में लगा हुआ,
हम भीड़ में घिरे हैं बाज़ार के बिना,
मर मर के जी रहे हैं तेरे प्यार के बिना।।

सुन के मेरी गुज़ारिश मुंह फेर चल दिए,
अब इनकार कर दिया है इंकार के बिना,
मर मर के जी रहे हैं तेरे प्यार के बिना।।

बदलेगी नहीं तुम बिन राजेश जिंदगी,
खिलते नहीं हैं फूल भी बहार के बिना,
मर मर के जी रहे हैं तेरे प्यार के बिना।।

मर मर के जी रहे हैं तेरे प्यार के बिना,
मर मर के जी रहे हैं तेरे प्यार के बिना,
लगता नहीं है दिल कहीं दिलदार के बिना,
मर मर के जी रहे हैं तेरे प्यार के बिना।।

Mar Mar Ke Jee Rahe Hai Tere Pyar Ke Bina Lyrics