
मेरा मन कैलाश करो भोले शंकर कृपा करो,
दुनिया के बंधन से मुझको मुक्त करो….।।
मेरा मन कैलाश करो भोले शंकर कृपा करो,
दुनिया के बंधन से मुझको मुक्त करो…।।
मुझसे पढ़ा ना जाए श्लोक कठिन कोई,
मुझसे लिखा ना जाए, गीत कठिन कोई…।।
मेरे मन में जो है, नाथ उसे समझो,
मेरे मन में जो है, नाथ उसे समझो…।।
मेरा मन कैलाश करो, भोले शंकर कृपा करो,
दुनिया के बंधन से, मुझको मुक्त करो…।।
विपदा कोई भी आये, साथ मेरे रहना,
जैसे जटा में गंगा, साथ मेरे बहना…।।
मेरे संग ही रहो, दूर कभी ना हो,
मेरे संग ही रहो, दूर कभी ना हो…।।
मेरा मन कैलाश करो, भोले शंकर कृपा करो,
दुनिया के बंधन से, मुझको मुक्त करो…।।
दुनिया के बंधन से, मुझको मुक्त करो,
दुनिया के बंधन से, मुझको मुक्त करो…।।