
मेरे बाबा ने इतना दिया है
खुशियों से मेरा घर भर दिया है
मेरे बाबा ने …………….
अब तो गई मेरी साड़ी उदासी
कमी भी ना खटकी कहीं पे जरा सी
चरणों में जबसे शीश झुका है
खुशियों से मेरा घर भर दिया है
मेरे बाबा ने …………….
नज़रे टिकी ऐसी चौखट पे मेरी
कभी मुझसे बाबा ने नज़रे न नज़रों
नज़रों ने इतना असर किया है
खुशियों से मेरा घर भर दिया है
मेरे बाबा ने …………….