
गिन गिन कर काटू दिन मैं सांवरिया,
जाग जाग कर रात हो,
आनो चहु खाटू मैं बाबा,
बिठा बिठा के जोग रे,
मंशा होरही मंजिल दूरी,
तुहि बुलाले सांवरिया।।
अरे बीत ना जावे बिना मिला ये उमरिया,
अरे बीत ना जावे बिना मिला ये उमरिया,
महरो करसे है मन नाचू हो के मगन,
म्हारा सांवरिया म्हारा सांवरिया ।।
म्हाने भी भुला ले बाबा थारी रे नगरिया,
महरो करसे है मन नाचू हो के मगन,
महारा सांवरिया महारा सांवरिया,
म्हाने भी भुला ले बाबा थारी रे नगरिया ।।
म्हाने भी भुला ले बाबा थारी रे नगरिया,
महरो तरसे है मन नाचू हो के मगन,
महारा सांवरिया महारा सांवरिया।।
म्हाने भी भुला ले बाबा थारी रे नगरिया,
महरो तरसे है मन नाचू हो के मगन,
महारा सांवरिया महारा सांवरिया।।
गिन गिन काटू दिन मैं सांवरिया जाग जाग के रात हो,
जी चाहवे आ जाऊ मैं उड़ के खाटू इब की साथ हो,
घूम घूम के मेलो देखू नाचू नो नो ताल हो,
चंग बजे रे चंग बजे रे
चंग बजे रे गूंजे काना में मुरलिया,
महरो तरसे है मन नाचू हो के मगन।।
आनो चाहू खाटू में बाबा बिठा बिठा कर चोग हो
मैं तो हारू ओर सांवरियां तू ही बिठा संयोग हो,
मनशा हो री मंजिल दोहरी तू तो भुलाले संवारा,
बीत ना जावे बिन मिले ये उमरिया,
महरो तरसे है मन नाचू हो के मगन।।
ओ बाबा थारा दर्शन करन की पैदल चल के आशा हो,
मन चाहे ठासू पर श्याम बाबा मनरे हाल सुना सा हो,
झूठी कुहनी प्रीत ये हमारी प्रीत की रीत निभा जाओ,
बड़ी ही कठिन है संजू प्रेम की डगरीइया,
महरो तरसे है मन नाचू हो के मगन।।
म्हाने भी भुला ले बाबा थारी रे नगरिया,
महरो तरसे है मन नाचू हो के मगन,
महारा सांवरिया महारा सांवरिया।।